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घर व प्रोफेशन में शांति और तरक्की के लिए इस दिशा में बैठकर करें भोजन
वास्तु शास्त्र में दिशाओं पर खासतौर से फोकस किया जाता है। इसके हिसाब से शयन कक्ष से लेकर पूजा घर तक को अगर आप सही तरीके से सेटअप करें तो आपके घर में शांति बनी रहेगी, तरक्की होगी और नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं।
10 मार्च से शुरू होंगे होलाष्टक, जानें क्यों नहीं किए जाते शुभ कार्य
होलिका दहन से आठ दिन पहले होलाष्टक शुरू हो जाते हैं जो 10 मार्च से 18 मार्च तक चलेंगे।
2 अप्रैल से हो रही है चैत्र नवरात्रि की शुरुआत जानें कलश स्थापना के साथ पूजन विधि
वैसे तो साल में चार बार नवरात्रि का पर्व आता है लेकिन इनमें से दो ही सबसे ज्यादा खास होता है पहला चैत्र नवरात्रि और दूसरा शारदीय नवरात्रि। तो 2 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है।
हिंदू धर्म के चार धाम कौन से हैं? जानिए उनके बारें में
सनातन शास्त्रों में चार धाम के बारे में विस्तार से बताया गया है। दैविक काल में इन स्थानों को अन्य नामों से जाना जाता था। वर्तमान समय में चार धाम के नाम भिन्न हैं।
रंगभरी एकादशी कब है? जानें पूजा की विधि और शुभ मुहूर्त
फाल्गुन माह के शुक्ल की एकादशी को रंगभरी एकादशी कहा जाता है। इस साल रंगभरी एकादशी 13 मार्च को है। होली से 6 दिन पहले दिन रविवार को इस साल रंगभरी एकादशी का पर्व मनाया जाएगा।
कब है शबरी जयंती, जानें-पूजा की तिथि, विधि और महत्व
पंचांग के अनुसार, हर वर्ष फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की सप्तमी को शबरी जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष फाल्गुन माह में 23 फरवरी को शबरी जयंती है।
22 फरवरी को है यशोदा जयंती जानें-व्रत कथा और पूजा महत्व
22 फरवरी को यशोदा जयंती है। यह पर्व हर वर्ष फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है।
काल भैरव की कृपा पाने के लिए कालाष्टमी के दिन जरूर करें शिव स्तोत्र का पाठ
23फरवरी को कालाष्टमी है। इस दिन भगवान शिव जी के क्रुद्ध स्वरूप काल भैरव देव की पूजा-उपासना की जाती है। यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है।
जीवन में परम शांति पाने के लिए इन बातों का जरूर रखें ख्याल
सद्गुणी होने से आपके विचारों में निश्चितता और आपके संपूर्ण अस्तित्व में व्यवस्था का आगमन होता है।
20 फरवरी को है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी, जानें-पूजा विधि और महत्व
पंचांग के अनुसार, हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। साथ ही शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी पड़ती है।